Culture Ishopnishad (ईशोपनिषद) ByRanjan Kumar Singh 17/12/2012 ओम ईश वास्यम इदं सर्वं यत किम च जगत्यां जगततेन त्यक्तेन भुन्जिथा मा गृधः कस्य स्विद धनं |१| इस गतिशील जगत में जो कुछ भी सचल है, वह ईश्वर के वस्त्रों से ढका हुआ है. यानी… Share this:TweetWhatsAppPrintLike this:Like Loading...