बोया पेड़ बबूल का तो आम कहाँ से पावे?

किसी ने सही कहा है, “मुंडेरों पर खड़े होकर हवा को गालियां देना, कुछ ऐसा हो गया है आज अपने देश का मौसम”. इस देश में बद और बदनामी के चर्चे जितना जोर पकड़ते हैं, उतना…