From Indira to Modi: How Wartime Triumphs Shape Political Narratives
The transformation of wartime leadership from 1971 to 2025 reveals a shift—from collective military triumph to individual political branding—reshaping public perception of victory, leadership, and historical recognition.
दस नहीं, बस एक चाहिए
एक थे पहलवानजी। नई-नई शादी हुई थी। सुहागरात पर उन्होंने अपनी पत्नी से बड़े ही प्यार से पूछा- पंजा लड़ाएगी? पूरा देश जब पाकिस्तान से अपने फौजियों की शहादत का हिसाब मांग रहा है तो हमारे प्रधानमंत्री कुछ वैसे ही पाकिस्तानियों (पाकिस्तान को नहीं) को चुनौती दे रहे हैं – आइए, गरीबी से लड़ाई लड़ते […]
हद की भी तो हद होगी?
अब तो अति की भी अति हो चुकी। हद भी अपनी तमाम हदें पार कर चुका। संसद भवन के बाद मुंबई, फिर पठानकोट और अब उरी। जबकि हम हैं कि योगी बने बैठे हैं। धुनी जमाए हुए हैं। सही समय का इंतजार कर रहे हैं। सही जगह के चुनाव में लगे हैं। अगर सही समय […]