महात्मा गाँधी, मार्टिन लूथर किंग (जूनियर) और अहिंसा

बस की आगे की सीटें लगभग खाली थी, जबकि पीछे की सीटें पूरी तरह भरी हुईं। आगे की तीन पंक्तियों में श्वेत यात्री बैठे थे, जबकि पीछे की पंक्तियों में अश्वेत यात्री। बस में बैठने की व्यवस्था देखकर यह समझना कठिन न था कि मामला भेदभाव का है। चौथी से लेकर दसवी पंक्ति के खाली […]