Is Rahul a victim of intolerant politics?
Are we really an intolerant lot? In a nation where the Gandhi and the Nehru are not spared of abuse, should the insult of some Modi or Adani be a matter of concern? Does the government, which fails to protect the dignity of its National Heroes, has the right to ask anyone, who questions its […]
सब तो थे पर भाग्य ही न था
सब तो थे पर भाग्य ही न था रामाधार ने गालियां भी दीं और टिकट भी लिया हां तो?क्या तो?आप कहानी सुना रहे थे ना?सुना तो नहीं रहा था, हां, सुनाने वाला था!तो?तो क्या, कहानी थोड़े ही भागी जा रही है कहीं। कॉफी तो आ जाए।मैं और झूलन जी कॉफी शॉप की अपनी मेज पर […]
नाम बड़े और दर्शन छोटे
नाम बड़े और दर्शन छोटे कैसे मैं कैलाशपति मिश्र की राजनीति का शिकार हुआ झूलन जी को दूर से देखकर मैंने हाथ हिलाया तो वह भागे-भागे मेरे पास पहुंच गए।कैलासपति मिसिर वाला कहानी नहीं सुनाइएगा? अपनी आदत के अनुसार उन्होंने इस बार भी बिना किसी दुआ-सलाम के अपनी फरमाइश रख दी।कौन सी कहानी? मैंने अनजान […]
यूँ बढ़ गई ज़िन्दगी छोटे साहब की
यूँ बढ़ गई ज़िन्दगी छोटे साहब की रौ में बहकर कह गए वह ढेर सारी बातें सुबह से ही किसी अनजान नंबर से फोन आ रहा था और इत्तेफाक से मैं हर बार किसी काम में लगा होने की वजह से उसे उठा नहीं पा रहा था। आदतन मैं किसी का फोन कॉल नहीं उठाने […]
जंगल में भालू, बिहार में लालू
जंगल में भालू, बिहार में लालू टीवी प्रोग्राम का होस्ट होना उनकी किस्मत में न था उन्हें भीतर आता देख मैं अपनी कुर्सी से उठ खड़ा हुआ। मुझे देखते ही उनकी बाछें खिल गई। उन्हें जरा भी उम्मीद नहीं थी कि मैं उनसे पहले पहुंचकर उनका इंतजार करता मिलूंगा।मैंने अपने सामने की खाली कुर्सी की […]
नाम तो बताएं, जरा धाम तो बताएं
नाम तो बताएं, जरा धाम तो बताएं जनता की ठठरी पर जनप्रतिनिधियों के ठाठ वह फिर मुझे सामने से आते दिख गए। उन्होंने भी मुझे देख लिया और मुझे कन्नी काटकर निकलने का वक्त न मिल सका।वह लपक कर मेरे पास आ पहुंचे और शिकायती लहजे में कहा, आपने तो भाई हफ्ते भर से परेशान […]