From Indira to Modi: How Wartime Triumphs Shape Political Narratives
The transformation of wartime leadership from 1971 to 2025 reveals a shift—from collective military triumph to individual political branding—reshaping public perception of victory, leadership, and historical recognition.
Is democracy at risk in the cyber age?

There is need for improved oversight in democratic processes and risk management amid evolving digital threats. We must have auditing mechanisms to secure electoral systems against potential manipulation.
अमेरिका है कर रहा जैसे को तैसा, क्या हम भी करेंगे चीन से ऐसा?

भारत पहले ही साढ़े 18 करोड़ अमेरिकी डॉलर का व्यापार घाटा उठा रहा है। अमेरिका की इस नई निति के कारण उसका यह घाटा और भी बढ़ेगा। देखा जाए तो सिर्फ चीन से ही अपना व्यापार संतुलन बनाकर भारत बहुत हद तक अपना व्यापार घाटा पूरा कर सकता है।
एक्सट्रा “2 एबी” आया कहां से?
एक्सट्रा 2-एबी आखिर आया कहां से! अब तक छह दौर के मतदान हो चुके हैं और केवल एक दौर का मतदान ही शेष है। चुनाव आयोग के अनुसार पहले दौर में कुल 66.14 फीसदी मतदान हुए। दूसरे दौर में मतदान का प्रतिशत 66.71 रहा। तीसरे दौर की बात करें तो वह 65.68 था जो कि […]
एनडीए के घटक दल क्या मोदी पर बोझ हैं?
एनडीए के घटक दल क्या मोदी पर बोझ हैं? एनडीए 40-42 दलों का जमावड़ा तो बन गया पर ले-देकर उसमें भाजपा ही जिसका कोई मोल है। और भाजपा में भले ही अमित शाह से लेकर ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसे नेताओं की भरमार हो पर ले-देकर वह मोदी पर ही आश्रित है। देखा जाए तो एनडीए के […]
राहुल तो भाग गयो, तेरा क्या होगा इसमिरितिया?
तो अंततः राहुल गाँधी बनाम स्मृति ईरानी होते-होते रह गया। राहुल अब वायनाड के साथ-साथ रायबरेली से चुनाव लड़ रहे हैं। स्मृति ईरानी अब तक राहुल के खिलाफ बोल-बोलकर अपनी राजनीति चमकाती रही थीं। उनकी कीर्ति विभिन्न मंत्रालय में उनके कामों को लेकर नहीं, बल्कि राहुल गाँधी को अमेठी में हराने को लेकर है। अब […]